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लव-VS-अरेंज मैरिज

लव-vs अरेंज मैरिज

"अरे जानू"! "हम कब तक ऐसे, छुप-छुप कर मिलते रहेंगे"! स्वीटी ने अपने बॉयफ्रेंड धर्मेंद्र से कहा

"अरे,,,जब तक, तुम कुंवारी हो, बस तब तक ही यह छुप-छुप कर मिलने की बीमारी है, बस एक बार हमारी शादी हो जाए, उसके बाद में दुनिया तो क्या, तेरे बाप और भाई के सामने तुझसे मिलुंगा"! धर्मेंद्र ने कहा

"तो तुम,मुझसे शादी क्यों नहीं कर लेते, चलो अभी भाग कर लव मैरिज कर लेते हैं"! स्वीटी ने कहा

"अरे यार,,,स्वीटी! "लव मेरीज तो अभी कर ले पर घर वाले मानेंगे नहीं"! धर्मेंद्र ने बताया

"मुझसे प्यार, घर वालों से पूछ कर किया था, डरपोक कहीं के"! स्वीटी ने ताना मारते हुए कहा

"अरे यार,,,घर वालों ने बड़ा तो कर दिया पर कमाकर खाना नहीं सिखाया, अभी शादी कर ली तो भूखा मरना पड़ेगा, अपनी जमीन-जागीरी का बटवारा हो जाने दो, फिर जिंदगी भर, पड़े पड़े खाएंगे"! धर्मेंद्र ने कहा

"मैं कुछ नहीं जानती, जब से 17 में लगी हूं, सारी रात जगी हूं, मुझे तुम भगा कर ले जाओ, नहीं तो मैं किसी और को भगा कर ले जाऊंगी, फिर बाद में मत कहना कि मैंने धोखा दिया"! स्वीटी ने जाते हुए धमकी दी

धर्मेंद्र अपने घर आता है और अपने पिता से कहता है -"अरे पापा,,,तुम्हें, मेरी फिकर-विकर है या नहीं, या पैदा करके भूल गए हो"!

"मुझे तो तेरी सारी फिक्र है पर तुझे अपनी जिंदगी की फिक्र है या नहीं, ना तो पढ़ाई करता है, ना घर का काम करता है, दिनभर भटकती आत्मा जैसा फोकट भटकता फिरता है"! पिता ने कहा

"फोकट नहीं भटकता हूं, मेहनत करने जाता हूं और सुनो,,मैंने दिन रात मेहनत करके, कड़ी धूप में अपना पसीना बहाकर, एक स्वीटी नाम की लड़की पटा ली है, मेरी उससे लव मैरिज करा दो"! धर्मेंद्र ने कहा

"स्वीटी की सिटी, बहुत बजा ली, अब तुझे माजा का बाजा, बजाना है"! पिता ने कहा

"यह माजा कौन है"? धर्मेंद्र आश्चर्य से पूछा

"अरे उसका असली नाम मंजू है, उसके घर वाले प्यार से माजा बुलाते हैं, तेरा रिश्ता तय कर दिया है और अगले महीने तेरी, उससे शादी है"! पिता ने बताया

"जिंदगी में एक काम तो अपनी पसंद से कर लेने दो यार, पापा"! "पैदा भी तुम्हारी मर्जी से कर दिया, जब जींस मांगी तब पजामा लाकर दिया, साइकिल मांगी तब जींस दिलाई और गाड़ी मांगी तब साइकिल दिलाई, इतना अत्याचार मत करो यार"! धर्मेंद्र ने कहा

"तुझे दुनियादारी के बारे में पता क्या है"? "ऊंट का बच्चा, ऊंचा हो जाने से बड़ा नहीं हो जाता,इसीलिए बिना ठूंट के ऊंट, तेरे लिए हिरन जैसी सुंदर, सुशील, समझदार लड़की ढूंढी है, यह है उसका फोटो"! पिता ने फोटो देते हुए कहा

धर्मेंद्र फोटो देखकर खुश हो जाता है और अकेले में टहलता हुआ बड़बड़ता है -"स्वीटी की सिटी बजाउं या माजा का बाजा बजाउं, लव मैरिज करूं या अरेंज मैरिज"!

तभी वहां उसका दोस्त आता है और वह पूछता है -"अबे अकेला क्या बड़बड़ा रहा है"?

"बहुत बड़े, प्रेम संकट में फस गया हूं यार, सिटी बजाऊं या बाजा बजाउं, समझ नहीं आ रहा है"! धर्मेंद्र ने कहा

"धर्म संकट का नाम सुना था, प्रेम संकट के बारे में पहली बार सुना है"! दोस्त ने से पूछा

"यार,,,मेरी गर्लफ्रेंड भी मुझसे शादी करना चाहती है और घर वाले मेरी शादी, दूसरी लड़की से करना चाहते हैं, मुझे दोनों लड़की पसंद है, समझ में नहीं आ रहा, किस से शादी करूं"? धर्मेंद्र ने दुविधा बताई

"शादी करने का असली मजा, खुद की गर्लफ्रेंड से है, दूसरों की गर्लफ्रेंड से तो घरवाले शादी करा ही देते है, अब यह बता"? "तू, रोटी कितनी खाता है"? दोस्त ने पूछा

"चार रोटी सुबह, चार रोटी दोपहर को और आठ रोटी रात को खाता हूं"! धर्मेंद्र ने बताया

"इतना सारा खाना, अपने इतने से पेट में संभाल सकता है तो दो लड़कियों को नहीं संभाल सकता, मैं तो कहता हूं, दोनों लड़कियों से शादी कर ले"! दोस्त ने सुझाव दिया

"एक चप्पल पड़ेगी तो अक्कल ठिकाने आ जाएगी, कोई अच्छा उपाय हो तो उगल  नहीं तो यहां से चुपचाप निकल"! धर्मेंद्र ने कहा

"ऐसी स्थिति में तो तेरा साथ, केवल "बाबा चम्दागड़" ही दे सकते हैं, उनके पास में एक ऐसी थाली है, जिसमें इंसान का भविष्य दिखता है"! दोस्त ने बताया

"सच्ची"! "मुझे अभी उनके पास ले चल यार"! धर्मेंद्र ने उत्सुकता से कहा

दोनों बाबा चम्दागड़ के पास पहुंचते हैं

बाबा चम्दागड़, एक पेड़ पर उल्टा लटका, थाली बजा रहा है, वह इन दोनों को देखकर कहता है -"धर्मेंद्र"! "तू है मक्कार और तेरा दोस्त है बेकार, बताओ क्या दिखाऊं चमत्कार"?

"लव मैरिज करूं या अरेंज मैरिज, समझ नहीं आ रहा है बाबा"! धर्मेंद्र ने बताया

"यह ले थाली और बोल जय महाकाली, बन जा मेरा शिष्य और देख ले अपना भविष्य"! बाबा ने थाली देते हुए कहा

धर्मेंद्र ने थाली को अपने हाथ में लिया और उसमें देखा

"अरेंज मैरिज, मॉर्निंग सीन"

"अरे जी,,,सुनते हो, उठ जाइए, सुबह हो गई है"! धर्मेंद्र की पत्नी मंजू ने घंटी बजाते हुए कहा

"अरे यार, घंटी बजाना बंद करो और मेरे लिए चाय लेकर आओ"! धर्मेंद्र ने बिस्तर से कहा

"सुबह घंटी बजाकर पूजा करने से, घर में सुख शांति बनी रहती है और चाय आपके पास ही तो रखी है, उठकर पी लीजिए"! मंजू ने प्रेम पूर्वक कहा

"मेरे कपड़े निकाल दो और फटाफट टिफिन तैयार कर दो, आज थोड़ा लेट हो गया हूं"! धर्मेंद्र ने कहा सब

"रेडी है, बस आप उठ जाइए"! मंजू ने कहा

धर्मेंद्र उठकर देखता है, उसका टिफिन भी रेडी है और कपड़े प्रेस करके रेडी रखे हुए हैं, धर्मेंद्र ने यह देखकर थाली नीचे रखी और कहा -"अरेंज मैरिज में कोई ट्वीस्ट ही नहीं है, बहुत बोरिंग लाइफ है"!

"लव मैरिज के ट्वीस्ट, टेस्ट करना चाहता है, उठा थाली, बोल जय महाकाली, बन जा मेरा शिष्य और देख ले अपना भविष्य"! बाबा ने कहा

धर्मेंद्र फिर थाली उठाकर देखता है

"लव मैरिज, मॉर्निंग सीन"

सुबह हुई है, धर्मेंद्र नहा कर तैयार हो गया है और घंटी बजाकर भगवान की पूजा कर रहा है -"धर्मेंद्र तुम्हारे हाथ जोड़ती हूं, यह लोग दिखाउ ड्रामा, बाद में कर लेना, भगवान कोई मंदिर छोड़कर भाग नहीं जाएंगे, मुझे चैन से सो जाने दो, प्लीज"! स्वीटी ने बिस्तर में से कहा

"हद करती हो यार, यहाँ कौन से लोग देख रहे हैं, जो मैं ड्रामा कर रहा हूं, यह काम तुम्हें जल्दी उठकर करना चाहिए पर तुम्हें सोने से फुर्सत मिले तब"! धर्मेंद्र ने चीड़ते हुए कहा

"यही तो तुम, मुझे बताना चाहते थे कि तुम भगवान के महान भक्त हो और मैं भगवान की दुश्मन हूं"! स्वीटी ने कहा

"मैंने ऐसा कब कहा"?धर्मेंद्र ने पूछा

"कहा नहीं, तुमने ऐसा किया है, मुझे नीचे दिखाने के लिए"!

"तो कल से भगवान की पूजा करूं या ना करूं"! धर्मेंद्र ने पूछा

"भगवान की पूजा करने के लिए, मैंने कब मना किया, तुमने, मुझ पर इतना बड़ा इल्जाम लगाया कि मैं, तुम्हें भगवान की पूजा करने से रोकती हूं"! स्वीटी ने कहा

"तुम्ही ने तो कहा, घंटी मत बजाओ, मुझे सोने दो"!

"ऐसा मैंने कब कहा, मैंने कहा, मुझे डिस्टर्ब मत करो"! स्वीटी ने कहा

"ठीक है, सारी गलती मेरी, अब फटाफट उठ जाओ और मेरा टिफिन तैयार कर दो, मैं लेट हो गया हूं"! धर्मेंद्र ने कहा

"मैं इस घर की मालकिन हूं, कोई नौकरानी नहीं हूं, खुद बना लो या फिर कोई खाना बनाने वाली रख लो, काम पर जाते हो, कोई युद्ध लड़ने बॉर्डर पर नहीं जा रहे हो और दिनभर वहां कूलर पंखों की हवा खाते हो, तुम्हें तो भूख ही नहीं लगना चाहिए ,पता है, खाना बनाना कितना खतरनाक काम है, इसमें जान भी जा सकती है, सब्जी काटो तो हाथ की नस, कटने का खतरा रहता है, आटा लगाओ तो उंगलियां, फैक्चर होने का खतरा रहता है और रोटी सब्जी बनाओ तो टंकी ब्लास्ट होने का डर सताता है"! स्वीटी ने कहा

"ठीक है, मेरी नानी, आज के बाद तुम्हें, कोई काम नहीं बताऊंगा"!

यह देखकर धर्मेंद्र ने थाली वापस नीचे रखी

"आया कुछ समझ में या चाटे की दू तेरे मगज में"!बाबा ने कहा

"अरे बाबा, सुबह-सुबह तो सब का दिमाग खराब रहता है, मुझे नून का का सीन दिखाओ"! धर्मेंद्र ने कहा

"ठीक है, उठा थाली और बोल जय महाकाली, बन जा मेरा शिष्य और देख ले अपना भविष्य"! बाबा ने कहा

धर्मेंद्र ने थाली उठाकर देखा

"अरेंज मैरिज, नून सीन"

धर्मेंद्र ऑफिस में बैठा है, तभी उसके पास उसकी पत्नी मंजू का फोन आता है -"कैसे हो"? पत्नी ने पूछा

"अच्छा हूं"!

"खाना खा लिया"! पत्नी ने पूछा

"अरे क्या रोज-रोज एक ही सवाल पूछती हो, खाना खाया या नहीं,बच्चा नहीं हूं मैं, इतना तो समझता हूं"! धर्मेंद्र ने चिड़ते हुए कहा

"चलो ठीक है, गुस्सा मत करो, यह बताओ रात को तुम्हारे लिए क्या बनाऊं"?मंजू ने पूछा

"आज बारिश हो रही है, खीर-पूरी, पकोड़े बना लो और कुछ बाजार का सामान लाना हो तो बता दो"! धर्मेंद्र ने पूछा

"अरे,,,,आप दिनभर ऑफिस में काम करते हो तो वैसे ही थक जाते हो, बाजार का सामान में ले आऊंगी"! मंजू ने कहा

धर्मेंद्र ने सीन देखकर थाली वापस राखी और कहा -"बाबा लव मैरिज का नून सीन दिखाओ"!

"उठाओ थाली और बोलो जय महाकाली, बन जा मेरा शिष्य और देख ले अपना भविष्य"!

धर्मेंद्र ने थाली उठाकर देखा

ऑफिस में बैठा है, बहुत भूख लग रही है, इसीलिए स्वीटी को फोन लगाता है -"हेलो स्वीटी"! "कैसी हो"? धर्मेंद्र ने पूछा

"तुम्हें पता है, मैं कैसी हूं फिर क्यों पूछ रहे हो"? स्वीटी ने गुस्से में कहा

"खाना खा लिया"! धर्मेंद्र ने पूछा

"घर में कुछ होगा तो खाऊंगी, ना तो कभी फ्रूट लाते हो, ना कभी कुछ बाजार से खाने का हो, तुम तो चर लिए होंगे, घर में पत्नी भूखी बैठी है, उसकी परवाह नहीं है"!स्वीटी ने गुस्से में कहा

"अरे,,,,मैंने कुछ नहीं खाया है, एक काम करो, दाल चावल बना लो, जल्दी बन जाएंगे, मैं कुछ देर की छुट्टी लेकर खाने आ रहा हूं"! धर्मेंद्र ने कहा

"तुम्हें शर्म नहीं आती, मुझसे भूखे पेट कम कराना चाहते हो, अगर जमीर में थोड़ी सी भी शर्म है हया बच्ची हो तो मेरे लिए पालक पनीर, मीठे में गुलाब जामुन, का पार्सल ले आओ और सुनो चपाती 10 लाना, बहुत जोर से भूख लगी है, जल्दी आना, वहां किसी से नैन मटक्का, मत करने लग जाना और एक काम करना, बाजार से सब तरह के फ्रूट से ले आना, मैं तो कहती हूं, रात के लिए भी पार्सल पैक करा लाना, गर्म करके खा लेंगे"! स्वीटी ने कहा

"ठीक है, लाता हूं"! धर्मेंद्र ने कहा

"आया कुछ समझ में, या तेरे मगज में"! बाबा ने पूछा

"अरे बाबा,,,लव मैरिज के मजे दिन में थोड़ी है, लव मैरिज के मजे तो रात में है, मुझे रात का सीन दिखाओ"!

"ओके,,,, गधे जैसी शक्ल, कम अक्ल अब में, तुम्हें अरेंज मैरिज का रात का सीन दिखाता हूं"!

धर्मेंद्र ने थाली उठाकर देखा

वह घर आया है -"आ गए आप, अभी चाय बना कर लाती हूं"!

"कुछ देर बाद"

"क्या हुआ, इतने उदास क्यों हो"? मंजू ने चाय देते हुए पूछा

"थोड़ा थक गया हूं"! धर्मेंद्र ने बताया

"खाना खा लीजिए, आपकी फेवरेट खीर-पूरी और पकोड़े बनाए हैं, फिर आपके पैर दबा दूंगी और सर की मसाज कर दूंगी, तो सब थकान दूर हो जाएगी"! मंजू ने कहा

धर्मेंद्र ने थाली रखी तो बाबा कहता है -"तुझे अरेंज मैरिज के सीन अच्छे नहीं लग रहे हैं, चल इसलिए तुझे, अब लव मैरिज का नाइट सीन दिखाता हूं, उठा थाली, बोल जय महाकाली, बन जा मेरा शिष्य और देख ले अपना भविष्य"!

धर्मेंद्र घर आया है, उसकी पत्नी स्वीटी सोई हुई है -"उठ जाओ, मैं आ गया हूं"! धर्मेंद्र ने कहा

"आ गए हो तो क्या आरती उतारू"? "देखो मैं आज बहुत थक गई हूं, सिर सुबह से भचक-भचक कर रहा है, पहले मेरे लिए एक कप चाय बना दो फिर झाड़ू लगाकर, थोड़े बर्तन धो लेना और तुम फिर खाली हाथ चले आए, तुमसे दोपहर में भी कहा था, फ्रूट ले आना और खाने का पार्सल ले आना, एक काम भी ठीक से नहीं करते हो, शादी से पहले कहते थे, तेरे वास्ते फलक से चांद लाउंगा, अरे चांद तो दूर, कभी चांदी की अंगूठी भी लाकर, नहीं दी तुमने, तुमसे लव मैरिज करके, बहुत बड़ी गलती की मैंने, पापा सुनार के बेटे से अरेंज मैरिज कर रहे थे, उनका मन दुखाया और तुमसे दिल लगाया, क्योंकि दिल तो पागल है, सुनार के बेटे से शादी करती तो, सोने के बिस्कुट खाती, यहां खाने को भी नहीं मिलता है, तुमसे लव मैरिज करके मैंने, अपनी जिंदगी खराब कर ली"! स्वीटी ने कहा

"मुझे भी कुछ ऐसा ही लगता है"! धर्मेंद्र ने सहमति जताते हुए कहा

धर्मेंद्र ने सीन देखकर थाली रखी,तब बाबा ने पूछा -"बता,,,लव मैरिज करेगा या अरेंज मैरिज"?

"तुम्हें क्यों बताऊं"? धर्मेंद्र यह कहकर भागा ओर पापा, पापा, कहता हुआ अपने घर आता है, उसके पापा काम कर रहे हैं

"धर्मेंद्र"! "तेरा दोस्त कह रहा था कि तू लव मैरिज करेगा तो फिर लड़की के बाप को मना कर दूं"! पिता ने मोबाइल निकलते हुए पूछा

"अरे पापा,,,,मैंने आज तक तुम्हारी, कौन सी बात नहीं मानी है, हमेशा तो तुम्हारा कहना मानता हूं, तुम्हारा हुकुम सर-आंखों पर और तुम यह काम मत किया करो, गोबर में साफ कर दूंगा और गाय भैंस को चारा पानी भी डाल दूंगा, और आज के बाद घर का सारा काम मैं करूंगा, बस तुम, मेरी जल्दी से जल्दी अरेंज मैरिज करा दो"!

तभी धर्मेंद्र के पिता के पास फोन आता है धर्मेंद्र के पिता बात करते हैं "अरे,,,,अचानक क्या हो गया"? "ठीक है, नहीं करना तो कोई बात नहीं, तुमसे बड़े-बड़े खानदान लाइन लगाकर खड़े हैं"!

"किसका फोन था, पापा"? धर्मेंद्र ने पूछा

"तेरे मरे हुए ससुर का, उसको पता चल गया, तू एक नंबर का मक्कार, कामचोर, आलसी है, इसलिए उसने रिश्ता तोड़ दिया है, जा अब जाकर, लव मैरिज कर ले"! पिता ने बताया

"मर जाऊंगा पर लव मैरिज नहीं करूंगा, लूली, लंगड़ी, डेहरी, काणी, गूंगी, बहरी, किसी से भी अरेंज मैरिज कर लूंगा पर लव मैरिज नहीं करूंगा,,, "हाँ",,,,, 😃😃😃😃

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1 Comments

Varsha_Upadhyay

16-Sep-2023 08:14 PM

👏👌

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